भोपाल गैंगरेप और धर्मांतरण केस: कोर्ट में पेश हुई अश्लील वीडियो की पेन ड्राइव, आरोपियों को ना देने पर बहस

भोपाल गैंगरेप: कोर्ट में पेश हुए हैरान करने वाले सबूत-भोपाल में हुए गैंगरेप और जबरन धर्मांतरण के मामले में कोर्ट में पेश हुई डिजिटल सबूतों वाली पेन ड्राइव ने सबको झकझोर कर रख दिया है। इसमें मौजूद वीडियो और तस्वीरें बेहद ही संवेदनशील हैं।
सरकार का सख्त रुख-सरकार ने आरोपियों को इस पेन ड्राइव की कॉपी देने से साफ मना कर दिया है। उनका कहना है कि ये वीडियो और तस्वीरें पीड़िताओं की सुरक्षा और निजता के लिए खतरा हैं। इसलिए, ये सबूत सिर्फ कोर्ट की जांच तक ही सीमित रहेंगे।
विशेष लोक अभियोजक की चिंता-विशेष लोक अभियोजक ने भी इस बात का विरोध किया है कि आरोपियों को ये सामग्री दी जाए। उनका मानना है कि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है और इससे पीड़िताओं को और नुकसान हो सकता है।
पुलिस ने पेश किए अहम सबूत-अशोका गार्डन थाना पुलिस ने कोर्ट में कई वीडियो और तस्वीरें पेश किए हैं जो इस केस से जुड़े हुए हैं। ये सबूत इस जघन्य अपराध की सच्चाई को उजागर करने में मदद करेंगे।
अगली सुनवाई और राज्य की नजर-इस मामले की अगली सुनवाई 23 अगस्त को है। कोर्ट को यह फैसला करना है कि आरोपियों को ये सबूत दिए जाएं या नहीं। पूरा राज्य इस फैसले का इंतजार कर रहा है।
क्या-क्या हुआ अब तक?-इस केस में गैंगरेप के साथ-साथ जबरन धर्मांतरण और धमकाने के भी आरोप हैं। ये खुलासे समाज के लिए चिंता का विषय हैं।
पीड़िताओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता-प्रशासन और कोर्ट दोनों ही पीड़िताओं की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बेहद सतर्क हैं। वीडियो के लीक होने से पीड़िताओं को फिर से मानसिक आघात सहना पड़ सकता है।



