भोपाल में स्मार्ट मीटर लगते ही सामने आया बड़ा सच, पुराने मीटरों में मिली गड़बड़ियां

बिजली मीटरों में धांधली का खुलासा: अब चोरी पर लगेगी लगाम!
पुराने मीटरों में मिली बड़ी गड़बड़ियां: क्या आप भी थे अनजान?-जब भोपाल में बिजली कंपनी ने पुराने मीटरों की जांच-पड़ताल शुरू की, तो जो सच सामने आया, वह वाकई चौंकाने वाला था। पता चला कि कई पुराने बिजली मीटरों में जानबूझकर छेड़छाड़ की गई थी। कंपनी ने इन मीटरों को एक खास लैब में टेस्ट करवाया, जहाँ साफ हो गया कि लगभग 2,040 मीटरों में कुछ न कुछ गड़बड़ थी। या तो उनमें तकनीकी छेड़छाड़ की गई थी या फिर रीडिंग को कम दिखाने के लिए कुछ और तरीके अपनाए गए थे। इसका सीधा असर बिजली के बिलों पर पड़ रहा था, क्योंकि गलत रीडिंग के कारण उपभोक्ताओं को या तो कम बिल आ रहा था या फिर कंपनी को नुकसान हो रहा था। यह सब देखकर यह साफ हो गया कि कुछ लोग चोरी-छिपे बिजली का इस्तेमाल कर रहे थे और मीटरों के साथ खिलवाड़ कर रहे थे।
करोड़ों का चूना लगाने वालों पर गिरी गाज: हर्जाना भी वसूला गया-इन गड़बड़ी वाले मामलों में, बिजली कंपनी ने ऐसे उपभोक्ताओं पर भारी-भरकम बिल थमा दिए, जिन्होंने मीटरों से छेड़छाड़ की थी। कुल मिलाकर, इन गड़बड़ियों के चलते कंपनी ने 4 करोड़ 19 लाख रुपये से ज़्यादा का बिल जारी किया। लेकिन अच्छी बात यह है कि लगभग 1,219 ऐसे उपभोक्ता थे जिन्होंने अपनी गलती मानी और कंपनी को 2 करोड़ 19 लाख रुपये से ज़्यादा की रकम चुका भी दी। बाकी बचे मामलों में भी वसूली की प्रक्रिया चल रही है। यह दिखाता है कि अब बिजली चोरी करना इतना आसान नहीं रहा। जब से स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, तब से बिजली की खपत का हिसाब-किताब बिल्कुल पारदर्शी हो गया है और गलत काम करने वालों पर नकेल कसना आसान हो गया है।
स्मार्ट मीटरों का बढ़ता जाल: बिजली व्यवस्था में क्रांति-मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी अब तेज़ी से स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है। अब तक उनके पूरे इलाके में 3 लाख 35 हजार से भी ज़्यादा स्मार्ट मीटर लग चुके हैं। इन नए मीटरों के लगने से उपभोक्ताओं को अपनी बिजली की खपत के हिसाब से बिल्कुल सही बिल मिलेगा। साथ ही, कंपनी के लिए भी बिजली चोरी को रोकना और भी आसान हो गया है। पुराने मीटरों को हटाकर उनकी जगह नए और आधुनिक स्मार्ट मीटर लगाने का यह काम लगातार जारी रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य बिजली व्यवस्था को और भी ज़्यादा पारदर्शी, भरोसेमंद और सुरक्षित बनाना है, ताकि हर कोई अपनी बिजली का सही इस्तेमाल करे और बिल का भुगतान भी सही करे।



