
सीधी में युवक की मौत के बाद बवाल, सांसद के घर के बाहर शव रखकर लोगों ने किया विरोध
सीधी: शुक्रवार दोपहर को सीधी सांसद राजेश मिश्रा के घर के बाहर उस वक्त तनाव फैल गया जब कुछ लोग एक युवक का शव लेकर वहां पहुंचे और धरने पर बैठ गए। लोगों का कहना था कि सांसद की बहू डॉ. बीना मिश्रा की गाड़ी की टक्कर से अनिल द्विवेदी नाम के 23 साल के युवक की जान चली गई। उनका कहना है कि बीना मिश्रा खुद गाड़ी चला रही थीं। इस मांग को लेकर कि बीना मिश्रा पर एफआईआर दर्ज की जाए, लोग करीब चार घंटे तक वहां डटे रहे। इस पूरे मामले पर थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा का कहना है कि जो भी आरोप लग रहे हैं, उनकी जांच की जा रही है और जल्द कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सांसद राजेश मिश्रा ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनकी बहू गाड़ी नहीं चला रही थीं और लोग इस दुखद घटना पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां सीसीटीवी कैमरा भी लगा है और जांच से सब साफ हो जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें मृतक परिवार का दुख है और जब युवक रीवा अस्पताल में भर्ती था, तब वे खुद उसे देखने पहुंचे थे। दो अप्रैल को हुआ था हादसा मृतक युवक के चाचा नागेंद्र द्विवेदी का आरोप है कि दो अप्रैल को अनिल स्कूटी से अपने घर खैरहा लौट रहा था। तभी रास्ते में कार ने उसे टक्कर मार दी। यह कार बीना मिश्रा के नाम पर रजिस्टर्ड है। हादसे में युवक बुरी तरह घायल हो गया था। पहले उसका इलाज सीधी में हुआ, फिर नागपुर और बाद में रीवा ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद पूर्व विधायक केदारनाथ शुक्ला ने भी सांसद परिवार की संवेदनहीनता पर सवाल उठाए। चार घंटे तक बंद रही सड़क शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे शुरू हुआ प्रदर्शन शाम 4 बजे तक चला। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने लगातार नारेबाजी की और मांग की कि डॉ. बीना मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। प्रदर्शन के कारण रोड पर घंटों आवाजाही ठप रही। सांसद के बेटे अनूप मिश्रा का कहना है कि उनकी पत्नी उस समय गाड़ी नहीं चला रही थीं और वे खुद पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। काफी देर तक माहौल गर्माया रहा, लेकिन पुलिस की समझाइश और कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही लोग वहां से हटे।