मध्यप्रदेश में 24 सितंबर से बारिश का नया सिस्टम होगा एक्टिव
भोपाल। मध्यप्रदेश में इस बार मानसून जमकर बरसा है। बारिश की ओवरऑल स्थिति पर नजर डाले तो मंडला और सिवनी ऐसे जिले हैं, जहां सबसे ज्यादा बारिश हुई है। राजधानी भोपाल, निवाड़ी और सागर में भी 50 इंच से अधिक पानी गिर चुका है। प्रदेश में विदाई से पहले मानसून एक बार फिर बरसेगा। 24 सितंबर से प्रदेश में बारिश का एक और दौर शुरू होगा। जिससे पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, शहडोल, रीवा और सागर संभाग भीगेंगे। पश्चिमी हिस्से यानी, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में भी हल्की बारिश होगी।मौसम विभाग के अनुसार, एक सिस्टम गुजरात और राजस्थान के ऊपर है, लेकिन यह स्ट्रॉन्ग नहीं है। इस वजह से बारिश का दौर नहीं रहेगा। कुछ जिलों में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी। 24 सितंबर से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा। इसके बाद प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर बन सकता है। इससे पहले प्रदेश में गरज-चमक, हल्की बारिश और धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। मौसम विभाग ने बताया कि अगले 24 घंटे (21 सितंबर) में उज्जैन, धार, इंदौर, खरगोन, शाजापुर, देवास, सीहोर, रायसेन, बैतूल में हल्की बारिश और गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है। दूसरी ओर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के बाकी जिलों में धूप निकलेगी।
शुक्रवार को मंडला और छिंदवाड़ा में हल्की बारिश हुई, जबकि भोपाल में शाम को पानी गिरा। बाकी जिलों में गर्मी का असर देखने को मिला। खजुराहो में दिन का तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भोपाल, दमोह, नरसिंहपुर में तापमान 34 डिग्री के पार पहुंच गया। भोपाल में दिन में तीखी धूप खिली।
प्रदेश में ढाई सौ से ज्यादा डैम में से करीब 200 फुल हो चुके हैं। कई तो 8 से 10 बार गेट खुल चुके हैं। कोलार, केरवा, बरगी, अटल सागर समेत कई डैम अभी भी ओवरफ्लो है। आने वाले दिनों में तेज बारिश का दौर शुरू होने से डैम-तालाब फिर से छलक जाएंगे। शुक्रवार को इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, मड़ीखेड़ा, तवा, मोहनपुरा, हलाली, मड़ीखेड़ा, अटल सागर, तिघरा, बानसुजारा, जोहिला समेत कई डैम में भी पानी का लेवल बढ़ा रहा।