डीआईजी भुल्लर को सीबीआई ने लिया रिमांड पर, पांच दिन तक करेगी पूछताछ

नई दिल्ली। रिश्वत मामले में फंसे पंजाब पुलिस के निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर की सीबीआई पांच दिन की रिमांड लेने में सफल रही। मामले में सह आरोपी बिचौलिया कृष्णू शारदा पहले ही रिमांड पर चल रहा है, जिसके खुलासे के बाद भुल्लर भी रिमांड की जद में आ गए। 17 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में अभी तक रहे भुल्लर को पहली बार रिमांड पर लिया गया है। अब रिमांड अवधि के दौरान दोनों पूछताछ के दौरान आमने-सामने हो गए हैं। पांच दिनों की रिमांड में देखने वाली बात यह होगी कि सीबीआई कौन कौन से राज उगलवाती है। वहीं, भुल्लर की मुसीबतें यहीं खत्म नहीं हुई।
पंजाब विजिलेंस ने भी भुल्लर को कस्टडी में लेने के लिए अलग से रिमांड लेने के प्रयास किए। आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस प्रॉडक्शन वारंट पर रिमांड पर लेना चाहती थी, हालांकि भुल्लर को हिरासत में लेने के प्रयास में निराशा हाथ लगी। सीबीआई ने पहले ही विशेष अदालत में रिमांड हासिल कर लिया। आशंका यह भी जताई जा रही है कि कृष्णू सरकारी गवाह भी बन सकता है। सीबीआई और विजिलेंस दोनों ही रिमांड पर लेना चाहती थी।
हालांकि अदालत में बहस के बाद सीबीआई रिमांड हासिल करने में सफल रही। जांच एजेसी को आंशका थी कि अन्य जांच टीम आरोपी को हिरासत में लेकर पहले से जानकारी हासिल कर सकती है, जो उसके खुद के लिए अहम हैं। शनिवार सुबह ही सीबीआई और विजिलेंस ने भुल्लर के रिमांड के लिए तैयारियां कर ली थी। सीबीआई ने चंडीगढ़ स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में अर्जी दाखिल कर भुल्लर का पांच दिन का रिमांड मांगा था, जबकि पंजाब विजिलेंस ने मोहाली की सीजेएम कोर्ट में रिमांड के लिए अर्जी दाखिल की थी।
विजिलेंस की अर्जी पर फैसला टल गया। वहीं, सीबीआई ने विशेष अदालत में अर्जी दाखिल कर कहा था कि भुल्लर से उसकी आय के स्त्रोतों और रिश्वत के खेल में शामिल अन्य अफसरों के बारे में पूछताछ की जानी है। बिचौलिये कृष्णु शारदा ने भी रिमांड के दौरान पंजाब पुलिस में रिश्वत को लेकर कई खुलासे किए हैं। इसलिए दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जानी है।



