रेलवे कर्मचारियों को बोनस पर उम्मीद की किरण, सातवें वेतनमान के आधार पर बढ़ सकती है रकम

रेलवे कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! सातवें वेतनमान का बोनस कब?
छठवें वेतनमान का बोनस: अब भी वही पुरानी कहानी!-ज़रा सोचिए, देश तरक्की कर रहा है, सातवां वेतनमान लागू हो चुका है, लेकिन हमारे मेहनती रेलवे कर्मचारी अब भी छठवें वेतनमान के हिसाब से बोनस पा रहे हैं। यह रकम, जो करीब 17,951 रुपये है, उनकी दिन-रात की मेहनत और रेलवे के विकास में उनके अमूल्य योगदान के मुकाबले बहुत कम लगती है। इसीलिए, यूनियनें लगातार आवाज़ उठा रही हैं कि उन्हें उनके हक के मुताबिक, नए वेतनमान के आधार पर बोनस मिलना चाहिए।
सीधा पीएम और रेल मंत्री तक पहुंची कर्मचारियों की गुहार!-अपनी मांगों को लेकर ऑल इंडिया रेलवे ट्रैकमेंटेनर यूनियन ने सीधे प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने सातवें वेतनमान के अनुसार बोनस देने की पुरजोर मांग की है। उनका कहना है कि कर्मचारियों को उनका जायज़ हक मिलना ही चाहिए। अच्छी खबर यह है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस पत्र को वित्त मंत्रालय को भेज दिया है, जिससे कर्मचारियों में उम्मीद की एक नई किरण जगी है कि शायद इस बार उनकी सुनवाई हो।
सातवें वेतनमान में कितना मिलेगा बोनस? एक अंदाज़ा!-अगर सातवें वेतनमान के आधार पर बोनस तय होता है, तो यह रेलवे कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत होगी। सूत्रों के मुताबिक, न्यूनतम 18,000 रुपये के वेतन को आधार मानकर गणना की जाएगी। ऐसे में, कर्मचारियों को लगभग 78 दिनों का बोनस 46,176 रुपये तक मिल सकता है। यह मौजूदा राशि से दोगुने से भी ज़्यादा है, जो निश्चित रूप से उनकी मेहनत का सही मोल चुकाएगा।
त्योहारों का बोनस: रेलवे की कमाई से जुड़ा है कनेक्शन!-रेलवे कर्मचारियों को बोनस हमेशा दुर्गा पूजा और दशहरा जैसे बड़े त्योहारों के आसपास मिलता है। यह बोनस सीधे तौर पर रेलवे की सालभर की कमाई पर निर्भर करता है, जो मालगाड़ियों और यात्रियों से होती है। यूनियन का तर्क है कि जब कर्मचारियों ने पूरे साल पूरी निष्ठा और लगन से काम किया है, तो उन्हें भी नए और सही वेतनमान के हिसाब से ही बोनस मिलना चाहिए, ताकि उनका मनोबल बना रहे।




