ऋषि पंचमी पर सीएम मोहन यादव की शुभकामनाएं, सप्तऋषियों के आदर्शों पर चलने का आह्वान

ऋषि पंचमी: महान ऋषियों को नमन और कल्याण का पर्व
मुख्यमंत्री की प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं-हमारे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के सभी लोगों को ऋषि पंचमी की बहुत-बहुत बधाई दी है। उन्होंने याद दिलाया कि यह पर्व हमें उन महान सप्तऋषियों की याद दिलाता है जिन्होंने वेदों का ज्ञान फैलाया और पूरी मानवता के भले के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए।
सप्तऋषियों को सादर नमन-मुख्यमंत्री जी ने अपने संदेश में कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और वशिष्ठ जैसे महान सप्तऋषियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि ये ऋषि हमारे लिए प्रेरणा के सबसे बड़े स्रोत हैं और उन्हीं के दिखाए रास्ते पर चलकर ही हमारा समाज और देश तरक्की कर सकता है। उन्होंने सबको उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की बात कही।
समस्त जगत के कल्याण की कामना-डॉ. यादव ने यह भी प्रार्थना की कि सप्तऋषियों का आशीर्वाद हमेशा हम सब पर बना रहे। उन्होंने बताया कि यह दिन हमें सिखाता है कि हम अपने अच्छे कर्मों से समाज को और बेहतर बनाएं और हमेशा धर्म, ज्ञान और सेवा के रास्ते पर चलें। मुख्यमंत्री ने सभी को सलाह दी कि इस मौके पर सकारात्मक सोच और व्यवहार अपनाएं।
ऋषि पंचमी का खास महत्व-हिंदू धर्म में ऋषि पंचमी का बहुत अधिक महत्व है। यह त्योहार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पांचमी तिथि को मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन ऋषि-मुनियों की पूजा और उनका स्मरण करने से हमारे सारे पाप धुल जाते हैं। इस व्रत को महिलाएं और पुरुष दोनों ही बड़े श्रद्धा भाव से करते हैं।
पापों से मुक्ति का पावन अवसर-ऐसा माना जाता है कि ऋषि पंचमी के दिन पूजा-पाठ और व्रत रखने से हमारे जीवन की सारी गलतियां और दोष दूर हो जाते हैं। इस दिन खास तौर पर सप्तऋषियों को याद करके उनका आशीर्वाद लिया जाता है। लोगों का मानना है कि इससे मन को शांति मिलती है और जीवन में एक नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।



