
मध्य प्रदेश में पर्यटन को मिलेगा नया आयाम: रीवा में धमाकेदार कॉन्क्लेव!-मध्य प्रदेश में पर्यटन को एक नया स्तर देने के लिए एक बड़ा आयोजन होने जा रहा है! मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खुद इस दो दिवसीय रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आगाज़ करेंगे। 26 जुलाई को रीवा के कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम में होने वाले इस कॉन्क्लेव में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी शामिल होंगे।
विंध्य क्षेत्र को पर्यटन का नया केंद्र बनाना है लक्ष्य-इस कॉन्क्लेव का मुख्य मकसद है मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देना और निवेशकों, होटल वालों, और टूर ऑपरेटर्स को एक मंच पर लाना। विंध्य क्षेत्र में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, ये आयोजन प्रदेश की पर्यटन नीतियों में एक बड़ा कदम है। इससे न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। रीवा जैसे शहरों में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए, ये कॉन्क्लेव एक नए अध्याय की शुरुआत साबित होगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। विंध्य क्षेत्र की खूबसूरती और प्राकृतिक संपदा को दुनिया के सामने लाने का यह एक सुनहरा अवसर है।
डिजिटल तकनीक और समझौते से पर्यटन को मिलेगी नई ऊर्जा-इस कॉन्क्लेव में कई नई डिजिटल पहलें भी शुरू की जाएंगी। IRCTC पोर्टल पर पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा की बुकिंग और होमस्टे के लिए ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म शुरू किया जाएगा। साथ ही, मेक माय ट्रिप के साथ एक समझौता भी किया जाएगा जिससे ऑनलाइन बुकिंग और प्रचार-प्रसार में और भी आसानी होगी। चित्रकूट घाट पर एक ‘स्पिरिचुअल एक्सपीरियंस’ प्रोजेक्ट की आधारशिला रखी जाएगी और शहडोल में एक टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर का उद्घाटन होगा। मंडला, डिंडोरी, सिंगरौली और सीधी जैसे जिलों में कला और शिल्प केंद्र भी विकसित किए जाएंगे, जिससे स्थानीय कारीगरों को रोजगार मिलेगा और उनकी कला को दुनिया तक पहुँचाया जा सकेगा। इन सभी पहलों से पर्यटन को और आकर्षक और सुगम बनाया जाएगा।
वन्यजीव, विरासत और ग्रामीण पर्यटन पर होगी खास चर्चा-कॉन्क्लेव में कई विषयगत सत्र भी होंगे, जिनमें मध्य प्रदेश की विरासत, वन्यजीव और ग्रामीण पर्यटन पर खास चर्चा होगी। “वन पथों से विरासत की कहानियों तक: रीवा का पर्यटन पुनर्जागरण” जैसे विषयों पर गहन विचार-विमर्श होगा। पर्यटन के अनुभव को बेहतर बनाने के तरीकों पर भी बातचीत होगी और फिल्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में निवेश बढ़ाने के अवसरों पर ज़ोर दिया जाएगा। इन चर्चाओं से निवेशकों को ये समझने में मदद मिलेगी कि वे कैसे पर्यटन विकास में योगदान दे सकते हैं और इस क्षेत्र में अपने निवेश को कैसे बढ़ा सकते हैं। विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के विचारों से पर्यटन क्षेत्र को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
रीवा की सांस्कृतिक पहचान का होगा प्रदर्शन-इस कार्यक्रम में एक पर्यटन प्रदर्शनी भी होगी, जिसमें मध्य प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थल, रिसॉर्ट, होमस्टे, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट और सांस्कृतिक धरोहर से जुड़े स्टॉल होंगे। कॉन्क्लेव के आखिर में, निवेशकों और ट्रैवल पार्टनर्स के लिए एक फैम टूर का आयोजन किया जाएगा, ताकि वे रीवा और आसपास के पर्यटन स्थलों का जायज़ा ले सकें। ये आयोजन न केवल क्षेत्रीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पर्यटन की नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा और मध्य प्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में एक नया मुकाम दिलाएगा।




