
उत्तराखंड पंचायत चुनाव: 26 लाख मतदाता चुनेंगे अपने नेता- आज उत्तराखंड में पंचायत चुनाव का पहला चरण है! हरिद्वार को छोड़कर सभी जिलों में 26 लाख से ज़्यादा मतदाता अपने-अपने गांवों के नेता चुनने के लिए वोट डालेंगे। ग्राम प्रधान से लेकर जिला पंचायत सदस्य तक, हज़ारों उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। यह चुनाव गांवों के विकास की दिशा तय करेगा।
किन पदों पर कितने उम्मीदवार?- इस पहले चरण में, कई पदों के लिए चुनाव हो रहे हैं, और हर पद पर भारी संख्या में उम्मीदवार मैदान में हैं। ज़रा गौर कीजिए:
ग्राम पंचायत सदस्य: 948 पदों के लिए 2247 उम्मीदवार
प्रधान: 3393 पदों के लिए 9731 उम्मीदवार
क्षेत्र पंचायत सदस्य: 1507 पदों के लिए 4980 उम्मीदवार
जिला पंचायत सदस्य: 201 पदों के लिए 871 उम्मीदवार
ये चुनाव सीधे तौर पर गांवों के विकास और स्थानीय नेतृत्व को प्रभावित करेंगे। मतदाताओं के फैसले से गांवों का भविष्य तय होगा।
मुख्यमंत्री धामी ने की मतदान की अपील-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में वोट डालें। उन्होंने कहा कि पंचायतें गांवों के विकास की नींव हैं और जनता की भागीदारी से ही लोकतंत्र मज़बूत होता है। खासकर युवाओं, महिलाओं और बुज़ुर्गों से उन्होंने वोट डालने की अपील की है ताकि उत्तराखंड का भविष्य उज्जवल हो।
वोट डालने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़- मतदान के लिए कई दस्तावेज़ मान्य हैं। आप अपनी पहचान साबित करने के लिए इनमें से कोई भी दस्तावेज़ दिखा सकते हैं:
* आधार कार्ड
* वोटर आईडी कार्ड
* पासपोर्ट
* ड्राइविंग लाइसेंस
* पैन कार्ड
* बैंक पासबुक
* राशन कार्ड
* गैस कनेक्शन बुक
* भूमि दस्तावेज़
* बिजली/पानी के बिल
* छात्र पहचान पत्र
* सरकारी सेवा पहचान पत्र
यानी, ज़्यादातर आधिकारिक दस्तावेज़ों से आप अपनी पहचान साबित करके वोट डाल सकते हैं।




