MP में प्रशासनिक फेरबदल: चार IAS अफसरों के तबादले, कई विभागों की जिम्मेदारियों में बदलाव

मध्य प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल: नए चेहरे, नई जिम्मेदारियाँ-मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में कई अहम प्रशासनिक बदलाव किए हैं जिनसे राज्य के विभिन्न विभागों में नए चेहरे दिखाई दे रहे हैं। चुनाव से लेकर शिक्षा, ऊर्जा और राजस्व तक, कई महत्वपूर्ण पदों पर नए अधिकारियों की नियुक्ति हुई है। आइए, विस्तार से जानते हैं इन बदलावों के बारे में।
संजीव झा बने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी-संजीव झा को राज्य का नया मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। यह पद आगामी चुनावों को देखते हुए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे पहले यह जिम्मेदारी सुखबीर सिंह संभाल रहे थे, जिन्हें अब लोक निर्माण विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है।
रघुराज एम आर को मिली श्रम विभाग की कमान-रघुराज एम आर अब तकनीकी शिक्षा विभाग से हटकर श्रम विभाग के सचिव बन गए हैं। अब वे श्रमिकों के हितों से जुड़े कामों की देखरेख करेंगे, जो श्रमिक कल्याण के लिए बेहद जरूरी है।
अनिल सुचारी बने सागर संभाग के आयुक्त-अनिल सुचारी अब सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव पद से हटकर सागर संभाग के आयुक्त बन गए हैं। यह पद उन्हें प्रशासनिक और क्षेत्रीय मामलों में सीधे हस्तक्षेप करने का अवसर देता है।
उमाकांत उमराव को सौंपी गई श्रम विभाग की जिम्मेदारी-उमाकांत उमराव को खनिज और पशुपालन विभाग से मुक्त करके श्रम विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। यह फैसला सरकार के श्रमिकों के कल्याण पर ध्यान देने के इरादे को दिखाता है।
विवेक पोरवाल को मिला दोहरा कार्यभार-विवेक कुमार पोरवाल को राजस्व विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है, साथ ही उन्हें तकनीकी शिक्षा विभाग का अतिरिक्त कार्यभार भी दिया गया है। अब उन्हें दो महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभालनी होगी।
नीरज मंडलोई को मिली राहत-नीरज मंडलोई को ऊर्जा और लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त कार्यभार से मुक्ति मिल गई है। यह कदम विभागीय जिम्मेदारियों के बेहतर वितरण की ओर इशारा करता है।
मुकेश गुप्ता को मिली नई जिम्मेदारियाँ-मुकेश चंद्र गुप्ता को मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग का सचिव और राजस्व मंडल ग्वालियर का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। यह दोनों ही बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील पद हैं।





