
सोने की झाड़ू और भक्ति का संगम: रायपुर की जगन्नाथ रथ यात्रा
एक अद्भुत नजारा-रायपुर की गलियों में भक्ति का सागर उमड़ पड़ा जब भव्य जगन्नाथ रथ यात्रा निकली। सुबह से ही जगन्नाथ मंदिर भक्तों से खचाखच भरा था। भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा के रथों को देखकर हर किसी के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। भजन-कीर्तन की गूंज से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था।
सोने की झाड़ू से सफाई: आस्था की अनूठी मिसाल-‘छेरा पहरा’ परंपरा के तहत राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सोने की झाड़ू से रथ मार्ग की सफाई की। यह परंपरा भगवान के प्रति अगाध श्रद्धा और सेवा भाव का प्रतीक है। इससे पहले सुगंधित जल से रथों का स्वागत किया गया। यह दृश्य वास्तव में अद्भुत था।
शानदार इंतजाम और सुरक्षा-प्रशासन ने रथ यात्रा को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे, हर जगह पुलिस बल तैनात था। भक्तों की सुविधा के लिए पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएँ और ट्रैफिक व्यवस्था भी थी। हर कदम पर प्रशासन का सहयोग दिखाई दिया।
भक्ति में डूबा शहर-रथों की शानदार सजावट, भक्तों का उत्साह और भजन-कीर्तन का माहौल देखते ही बनता था। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी भगवान के दर्शन में लीन थे। यह यात्रा फिर से साबित करती है कि हमारी परंपराएँ आज भी लोगों के दिलों को जोड़ती हैं।



