
दिल्ली की पहली महिला बीजेपी मुख्यमंत्री बनीं रेखा गुप्ता, सादगी और आत्मविश्वास की नई मिसाल
दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की सरकार बनी है, और इस ऐतिहासिक मौके पर रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वे दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं। इस खास समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद रहे।
भगवा साड़ी में दिखी सादगी, शपथ ग्रहण में जताया आभार
रेखा गुप्ता ने शपथ के दौरान भगवा रंग की साड़ी पहनी, जो उनके आत्मविश्वास और विचारधारा को दर्शाती है। जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा,
“मैंने शपथ ग्रहण के लिए कोई नई साड़ी नहीं खरीदी, क्योंकि वक्त नहीं मिला। लेकिन भगवा मेरा पसंदीदा रंग है, इसलिए मैंने अपनी पुरानी साड़ी ही पहन ली।”
उनकी यह सादगी और सहजता लोगों के दिलों को छू गई।
करोड़ों की संपत्ति की मालकिन, लेकिन तामझाम से दूरी
चुनाव नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे के अनुसार, रेखा गुप्ता के पास ₹5.31 करोड़ की संपत्ति है और उनकी वार्षिक आय ₹6.92 लाख है। इसके बावजूद उन्होंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में किसी तरह की भव्य तैयारियां नहीं कीं।
शालीमार बाग से जीतीं, आप की बंदना कुमारी को हराया
इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से जीत दर्ज की और आम आदमी पार्टी की बंदना कुमारी को हराया। मूल रूप से हरियाणा के जींद की रहने वाली रेखा गुप्ता जब सिर्फ 2 साल की थीं, तब उनका परिवार दिल्ली आकर बस गया था।
रेखा गुप्ता का सफर: एक नजर में
- जन्म: 19 जुलाई 1974, हरियाणा
- शिक्षा: बी.कॉम (दौलत राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय), एल.एल.बी (चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ)
- राजनीतिक सफर:
- 1992 में ABVP से राजनीति की शुरुआत
- 1996-97 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष बनीं
- तीन बार पार्षद और दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) की महापौर रहीं
- बीजेपी में शामिल होकर सक्रिय राजनीति में कदम रखा
- परिवार: पति मनीष गुप्ता (व्यवसायी), बेटा निकुंज, बेटी हर्षिता
- संघ से जुड़ाव: उनका परिवार RSS और बीजेपी से लंबे समय से जुड़ा हुआ है।
रेखा गुप्ता की इस जीत से दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है। अब सबकी नजर इस पर रहेगी कि वे राजधानी के विकास के लिए क्या कदम उठाती हैं।