पंचायत चुनाव के जरिये उपचुनाव की तैयारी कर रहीं विपक्षी पार्टियां

चंडीगढ़। पंचायत चुनाव के जरिये विपक्षी पार्टियां कांग्रेस, शिअद और भाजपा गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए तैयारी कर रही हैं। पंचायत चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर कांग्रेस ने गिद्दड़बाहा में धरना दिया। इसकी अगुआई कांग्रेस के प्रदेश प्रधान व लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने की। वहीं, श्री अकाल तख्त द्वारा तनखाइया घोषित होने के बाद राजनीति परिदृश्य से गायब दिख रहे शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल भी पार्टी की ओर से दिए धरने में पहुंचे। भाजपा नेता मनप्रीत बादल भी गिद्दड़बाहा में सक्रिय हो गए हैं। वह भी लगातार पंचायत चुनाव में हो रही कथित धांधली को लेकर लोगों से मिल रहे हैं। बता दें कि राज्य में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इसमें बरनाला, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और डेराबाबा नानक शामिल हैं। गिद्दड़बाहा इसलिए भी सबसे हाट सीट है, क्योंकि सांसद बनने से पहले वड़िंग यहां से विधायक थे। उन्होंने लगातार तीन बार यहां से विधानसभा चुनाव जीता है। वड़िंग हर हाल में अपने गृह नगर की सीट को बचाना चाहते हैं।
इससे पहले इस सीट पर मनप्रीत बादल का कब्जा होता था। मनप्रीत तब शिअद में थे। मनप्रीत का राजनीतिक करियर भी इसी विधानसभा क्षेत्र से शुरू हुआ था। मनप्रीत वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आ गए थे। लोकसभा चुनाव में ही वह सक्रिय नहीं रहे। इसका कारण यह बताया गया था कि उन्होंने स्टंट डलवाया है।
वहीं, गिद्दड़बाहा उपचुनाव आने के साथ ही मनप्रीत वहां पर सक्रिय हो गए हैं। भाजपा भी मनप्रीत के जरिये गिद्दड़बाहा में अपने पांव मजबूत करना चाहती है। बता दें कि इससे पहले भाजपा कभी भी गिद्दड़बाहा में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ी है। शिअद भी अपनी इस सीट को फिर से पाना चाहता है। इसके लिए सुखबीर सक्रिय हो गए हैं।
आप ने भी उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी
जबकि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने भी उपचुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थी। आप ने सुखबीर बादल के करीबी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को पार्टी में शामिल करवाया था। चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा नहीं की और इस बीच में पंचायत चुनाव आ गए। इसे लेकर सभी पार्टियों ने आप के खिलाफ गिद्दड़बाहा में मोर्चा खोल रखा है।




