असली या नकली केसर को पहचानना लगता है मुश्किल काम, तो ऐसे करें पहचान
नई दिल्ली। बाजार में मिलने वाली कोई भी चीज मिलावट के गंदे खेल से अछूती नहीं रह गई है। दूध से लेकर देसी घी और तेल के साथ-साथ मार्केट में नकली या मिलावटी केसर भी बड़े पैमाने पर बिक रहा है। तीज-त्योहार के मौके पर इसका इस्तेमाल भी खूब किया जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि नकली केसर आपकी जेब में छेद करने के साथ-साथ आपकी सेहत को भी गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है? जी हां, इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको 5 ट्रिक्स की मदद से असली और नकली केसर का फर्क करना सिखाने जा रहे हैं।
ट्रिक नंबर-1
केसर का स्वाद इसकी शुद्धता का साफ संकेत देता है। जी हां, असली केसर का स्वाद थोड़ा कड़वा और कसैला होता है, लेकिन अगर केसर का स्वाद मीठा या बेस्वाद है तो समझ जाइए कि यह नकली है। इसके अलावा, असली केसर के रेशे को जीभ पर रखने पर थोड़ी देर में ही इसका रंग छूटना शुरू हो जाता है।
ट्रिक नंबर-2
पानी की मदद से भी केसर की शुद्धता का पता लगाना बहुत आसान है। इसके लिए केसर के एक धागे को पानी में डालें और कुछ देर इंतजार करें। अगर केसर नकली है तो यह तुरंत पानी को रंगीन कर देगा, लेकिन अगर यह असली होगा तो धीरे-धीरे अपना रंग छोड़ेगा।
ट्रिक नंबर-3
असली या नकली केसर का पता लगाने के लिए आप बेकिंग सोडा टेस्ट भी कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरे में थोड़ा-सा पानी और बेकिंग सोडा मिलाएं और फिर इसमें केसर के कुछ धागे डालें। अगर केसर असली है तो इस घोल का रंग पीला हो जाएगा, लेकिन अगर केसर नकली है तो घोल का रंग लाल हो जाएगा।
ट्रिक नंबर-4
जब आप केसर खरीदने जाएं, तो इसे अपने हाथ में लेकर धीरे से दबाएं। असली केसर काफी नाजुक होती है और दबाने पर आसानी से टूट जाती है। यह इसलिए होता है क्योंकि असली केसर के धागे सूखे होते हैं और इनमें नमी नहीं होती है। वहीं, नकली केसर आमतौर पर कठोर होता है और इसे दबाने पर आसानी से नहीं टूटता है।
ट्रिक नंबर-5
असली केसर की शुद्धता जांचने के लिए आप एक गिलास गर्म पानी लें और उसमें कुछ केसर के धागे डाल दें। अगर केसर असली है तो कुछ देर बाद पानी का रंग हल्का पीला हो जाएगा और केसर के धागे धीरे-धीरे घुल जाएंगे, लेकिन अगर केसर नकली है तो पानी का रंग नहीं बदलेगा और धागे भी ऐसे ही रहेंगे।