
यमुनोत्री हाईवे पर भीषण बाढ़: 20 मजदूर बचे, 2 की मौत, 7 लापता-यह खबर सुनकर हर किसी के दिल में झटका लगा होगा। उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाईवे पर हुई भीषण बाढ़ ने 20 मजदूरों की जिंदगी को तबाह कर दिया है।
रातों-रात आई मुसीबत-शनिवार रात को अचानक बादल फटने से सिलाई बैंड के पास टेंट में सो रहे मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए। यह एक ऐसा हादसा था जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। तेज बारिश और अचानक आई बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया।
बचाव कार्य जारी, लेकिन चुनौतियाँ बरकरार-एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य खुद मौके पर हैं और उन्होंने बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन भारी बारिश और खराब मौसम बचाव कार्य में सबसे बड़ी बाधा बन रहा है।
लापता मजदूरों की तलाश जारी, उम्मीदें कमजोर-तेज बहाव और मलबे के बीच लापता मजदूरों को ढूंढना बेहद मुश्किल हो रहा है। प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है, लेकिन उम्मीदें धीरे-धीरे कम होती जा रही हैं। यह एक दुखद घटना है जिसने सबको झकझोर कर रख दिया है।
हाईवे बंद, यातायात बाधित-हाईवे बंद होने से राहत कार्य और आम लोगों को भारी परेशानी हो रही है। नेशनल हाईवे विभाग मलबा हटाने में जुटा है, लेकिन काम में देरी हो रही है। जल्द ही हाईवे को खोलने की कोशिश की जा रही है।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें-प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम को देखते हुए अनावश्यक यात्रा से बचें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन को सूचित करें। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश का खतरा अभी भी बना हुआ है।




